मुंह की दुर्गंध के 4 कारण और इस दूर करने के लिए 6 उपाय
मुंह की दुर्गंध से लोग दूर भागें, तो शिर्मिंदा होने के बजाय उपाय खोजें। यह कोई बड़ी बीमारी नहीं, बल्कि एक आम तकलीफ है और लगभग 95 प्रतिशत लोग अपने जीवनकाल में कभी न कभी इससे गुज़रते ही हैं। ऐसी दिक्क़त से शर्मिंदा होने के बजाय, उसके कारणों को समझें...
1-खान-पान
लहसुन, प्याज़ मजे से खा तो लेते हैं, लेकिन उसकी जिद्दी बदबू पीछा नहीं छोड़ती। दरअसल, इसकी वजह है पाचन क्रिया। लिया गया आहार पचने के बाद रात में अवशोषित हो जाता है, जो फेफड़ों तक भी पहुंचता है। प्याज़, लहसुन, अंडे, मीट, मछली, गोभी, मूली जैसे तेज़ गंध वाले पदार्थ लेने से ये बदबू फेफड़ों से होते हुए मुंह से वापस आती है। खाना खाते ही कुल्ले कर लेने या ब्रश करने से थोड़ी देर की राहत मिलती है, लेकिन यह दुर्गंध पूरी तरह से तब तक नहीं जाएगी, जब तक आप उस आहार को पचा नहीं लेंगे।
2-डाइट
वज़न कम करने के लिए क्या आप कार्ब्स में कटौती कर रहे हैं? यदि हां, तो जान लीजिए कि‘कीटोसिस’ की गुंजाइश आपके साथ बहुत अधिक है। कीटोसिस में शरीर ज़रूरत से अधिक फैट्स यानी वसा घटाने लगता है, क्योंकि इसे कार्ब्स व प्रोटीन ज़रूरी मात्रा में नहीं मिलता। और जब शरीर वसा घटाता है, तो मुंह से दुर्गेंध आती है। ऐसा ज्यादा समय तक भूखे रहने, सुबह देर तक नाश्ता न करने या व्रत करने से भी होता है।
3-लापरवाही
90 प्रतिशत लोगों के मुंह से दुर्गंध का आना लापरवाही का नतीजा है। हमारा मुंह 200 तरह के कीटाणु व जीवाणुओं का घर है। ये दांत, जीभ व पर जमे रहते हैं। ऐसे मे मुंह की सेहत का ध्यान न रखना, दोनों वक्त सही तरह से मंजन न करना, फ्लॉस, जीभी का इस्तेमाल न करना इनकी पैदाइश को दोगुना कर देता है। इस लापरवाही से दांतों का सड़ना-टूटना भी आम हो जाता है। दांतों मे बढ़ रही कैविटी, सायनस, गले का इन्फेक्शन भी मुंह की बदबू का कारण बन सकते है।
4-मुंह सूखना
क्या आपको मुंह में सूखापन महसूस होता है? ऐसा अमूमन उन लोगों के साथ होता है, जो सभाओं, प्रेजेटेंशंस या भाषणों में अधिक बोलते है कई बार अधिक न बोलने के बावजूद इस समस्या से दो-चार होना पड़ता है। इसका कारण है- धूम्रपान, मंदिरापान, मुंह से सांस व खर्राटे लेना। इन कारणों के चलते मुंह में लार का बनना कम हो जाता है, जिससे मुंह सूखने लगता है।
कैसे बचें-
1-सुबह-शाम सही टूथब्रश व टूथपेस्ट से दांत साफ़ करें। कोशिश करें कि प्याज़, लहसुन, मछली, मीट जैसी
चीज़ों रात में ही खाएं।
2-सर्दी हो या गर्म, पानी पीने में कोई कटौती न करें। रोज़ाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी अवश्य पिएं।
3-सुबह अधिक समय के लिए भूखे पेट न रहे। पौष्टिक नाश्ता लें।
4-कभी अधिक बदबू से परेशान हैं, तो लौंग या तुलसी के पत्ते चूस लें।
5-भोजन के बाद आधा चम्मच सौंफ का सेवन करें। इससे बदबू भी दूर होगी और पाचन क्रिया भी सुधरेगी। शुगर फ्री च्यूंइगम भी एक अच्छा विकल्प है।
6-यदि अधिक बदबू का सामना करना पड़ रहा हो, तो अपने डेंटिस्ट को ज़रूर दिखाएं।
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