कहीं गोलियां दागकर, तो कहीं अंगूर खाकर मनाते हैं नया साल

कहीं गोलियां दागकर, तो कहीं अंगूर खाकर मनाते हैं नया साल

सुनने में यह अजीब लगे लेकिन नए साल को विश्व के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुचने में 26 घंटे लग जाते हैं। यह सबसे पहले प्रशांत महासागर के समोआ द्वीप में दस्तक देता है और आखिर में यह अमेरिका के बेकर द्वीप पर पहुंचता है। कहीं इसका स्वागत गोली दाग कर तो कहीं घंटी बजाकर और कहीं अंगूर खाकर किया जाता है। 

बुधवार रात घड़ी की सुइयों के 12 बजाते ही भारत मे नए वर्ष का जश्न शुरू हो जाएगा लेकिन समोआ द्वीप में इससे आठ घंटे पहले ही साढ़े तीन बजे ही नए साल का जश्न शुरू हो चुका होगा, लेकिन अमेरिका के बेकर आइलैंड के लोगों को इसके लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि यह वहां गुरूवार शाम 5.30 बजे पहुंचेगा। दरअसल, पृथ्वी के एक छोर पर स्थित होने के कारण कुछ साल पहले तक समोआ सूर्यास्त देखने वाला अंतिम छोर होता था और इसी कारण वहां नया साल भी सबसे बाद में आता था। यह एक आश्चर्यजनक तथ्य है कि 2011 में इस द्वीपीय देश ने शुक्रवार 30 दिसंबर के दिन को कैलेंडर से ही निकाल दिया और उसके बाद से यह नए साल का स्वागत करने वाला पहला देश बन गया।

इन देशों में नए साल की घड़ी अलग

समोआ के बाद नया साल न्यूजीलैंड के चाथाम द्वीप पर शाम साढ़े पांच बजे, रूस के कुछ हिस्सों तथा मार्शल द्वीप समूह में साढ़े छह बजे, ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न, सिडनी आदि क्षेत्रों में शाम साढ़े आठ बजे, जापान, दक्षिण कोरिया में शाम आठ बजकर 45 मिनट पर, चीन मे साढ़े दस बजे, इंडोनेशिया और थाइलैंड में ग्यारह बजे के बाद नेपाल और भारत में नव वर्ष दस्तक देगा। इसके बाद पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान होता हुआ नववर्ष सबसे अंत में साढ़े पांच बजे अमेरिका के बेकर द्वीप पहुंचेगा।
नए साल का जश्नः देश अलग, तरीका अलग


2014 विदा होने को है और 2015 की आहट सुनाई देने लगी है। जिस तरह से पूरी दुनिया में एक साथ नया साल नहीं आता उसी तरह अलग-अलग देशों में नए साल के जश्न का तरीका एक जैसा नहीं है। इसे अंधविश्वास कहें या फिर परंपरा कि तमाम देशों के लोग साल भर के शुभ-अशुभ को ध्यान में रखते हुए पंरपरागत तरीके से ही नया साल मनाना पंसद करते हैं।
समोआ में आतिशबाजी-
समोआ में जहां के निवासी स्वभाव से शांत प्रवृत्ति के हैं वहां लोग नववर्ष का स्वागत आतिशबाजी से करते हैं और वे आग के इर्द-गिर्द नृत्य करते हुए रात गुजारना शुभ मानते हैं।

थाईलैंड में दुर्भाग्य को साल भर दूर रखने के लिए हवा में गोलियां दागी जाती हैं।
थाईलैंड में दुर्भाग्य को साल भर दूर रखने के लिए हवा में गोलियां दागी जाती हैं।
इटली सहित अनेक देशों में नया साल आते ही चर्च की घंटियां बजाई जाती है।

इटली सहित अनेक देशों में नया साल आते ही चर्च की घंटियां बजाई जाती है।

स्विट्जरलैंड में तेज आवाज में ड्रम बजा कर नए वर्ष का स्वागत किया जाता है।
स्विट्जरलैंड में तेज आवाज में ड्रम बजा कर नए वर्ष का स्वागत किया जाता है।

कई देशों में नए वर्ष में खास व्यंजन बनाना शुभ मानते हैं। स्पेन के लोगों का मानना है कि अगर साल के 12 महीने अच्छे से गुजारने हैं तो घड़ी में बाहर बजते ही 12 अंगूर खाने चाहिए। इससे साल भर सुख समृद्धि आती है।

एस्टोनिया में लोग नए साल की पूर्व संध्या पर 12 बार खाना खाते है।
यूनानी लोग इस दिन अपने दरवाजों पर प्याज टांगने को शुभ मानते हैं।
हालैंड में लोग नए साल पर टोस्ट और वाइन लेना पसंद करते हैं।
नए साल में तोहफे देने का चलन भी प्राचीन समय से है। रोम के लोग सिक्के उपहार में देते थे तो पर्शिया के लोग अंडे जबकि मिस्र के लोग मिट्टी की बनी सुराही देना पसंद करते थे।
नए साल में तोहफे देने का चलन भी प्राचीन समय से है। रोम के लोग सिक्के उपहार में देते थे तो पर्शिया के लोग अंडे जबकि मिस्र के लोग मिट्टी की बनी सुराही देना पसंद करते थे।
नए साल में तोहफे देने का चलन भी प्राचीन समय से है। रोम के लोग सिक्के उपहार में देते थे तो पर्शिया के लोग अंडे जबकि मिस्र के लोग मिट्टी की बनी सुराही देना पसंद करते थे।

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